दर्जनों संगठन मारुति मजदूरों के समर्थन में उतरे सड़कों पर
राजकुमार अग्रवाल
कैथल, 11 जून। मारुति के आन्दोलनरत मजदूरों के समर्थन में आज उनके परिवार, दर्जनों विभिन्न संगठनों के लोग भी समर्थन में सड़कों पर उतरे। मजदूरों के समर्थन में आये लोगों ने कैथल पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मजदूरों के लिये न्याय की माँग की। इससे पूर्व मारुति सुजुकी के मजूदर, विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी व सदस्य सुबह से ही जवाहर पार्क में एकत्रित होने शुरू हो गये थे। जवाहर पार्क में पीडि़त लोगों द्वारा न्याय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस न्याय सम्मेलन में मारुति कम्पनी से बर्खास्त मजदूरों पर किये गये लाठी चार्ज की निन्दा की गयी। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये किसान सभा के राज्य उपप्रधान फूल सिंह श्योकंद, जन संघर्ष मंच के सोमनाथ, आईटीयू के प्रदेश महासचिव सतवीर, शंकुतला, प्रोविजन कमेटी के सदस्यों आदि नेताओं ने कहा कि सरकार पूरी तरह से पूँजीपतियों के हितों को ध्यान में रख रही है और मारुति के कर्मचारियों की माँगों का दमन कर रही है। मारुति के कर्मचारियों को लगातार झूठे केसों में फँसाया जा रहा है। शान्तिपूर्ण प्रदर्शन करने पर भी उन पर लाठियाँ भाँजी जाती है, पानी की बौछारें की जाती हैं। इतना ही नहीं निर्दोष महिलाओं पर भी लाठियाँ बरसायीई जाती हैं। उन्होंने कहा कि कैथल लघु सचिवालय में शान्तिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस ने बिना किसी सूचना के 18 मई को गिरफ्तार कर लिया। इसी तरह 19 मई को प्रदर्शनकारियों पर लाठियाँ बरसायी गयीं जो कि सरासर गलत और अनैतिक है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन करने वाले 111 लोगों के खिलाफ बेवजह, बेबुनियाद झूठे मुकदमे बनाये गये हैं। कॉमरेड फूल सिंह श्योकंद ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे 11 नेताओं पर तो धारा 307 व आर्म्स एक्ट जैसी संगीन धारायें लगाकर उन्हें जेल में डाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि समाज सेवी अश्वनी हतवाल, कॉमरेड प्रेम सहित कुछ लोगों पर जानबूझकर केस दर्ज किये गये हैं। उन्होंने कहा कि कैथल की पुलिस व प्रशासन मजदूरों की आवाज को दबाना चाहती है। जवाहर पार्क में पंचायत करने के बाद सभी लोग प्रदर्शन करते हुये लघु सचिवालय पहुँचे। वहाँ जाकर वे सचिवालय में पार्क में जम गये और प्रशासन को खूब कोसा। कई नेताओं ने उद्योग मन्त्री को भी कोसा और कहा कि प्रदर्शन कर रहे लोगों पर उद्योग मन्त्री के इशारे पर लाठियाँ भांजी गयी हैं। इसके बाद एक प्रतिनिधि मण्डल सीटीएम राजेश कुमार से मिला। प्रतिनिधि मण्डल ने अपनी माँगों का एक ज्ञापन सीटीएम को सौंपा। सीटीएम ने उपायुक्त न होने की बात कहते हुये प्रतिनिधि मण्डल को 17 जून तक का समय दिया और उन्होंने कहा कि वे इस सन्दर्भ में अभी कुछ नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकार उनके पास नहीं है। जैसे प्रदर्शन के लिये जगह की मंजूरी उपायुक्त ही दे सकते हैं। इसलिये वे 17 जून के बाद ही आयें और उपायुक्त से मिलें। मारुति कर्मचारियों पर भाँजी गयी लाठियों के विरोध में व उनकी कम्पनी में बहाली के समर्थन में उनके साथ इनेलो पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं सहित दर्जनों संगठन उनके समर्थन में सड़कों पर उतरे। उनमें जन संघर्ष मंच हरियाणा, सीटू, सर्व कर्मचारी संघ, किसान सभा, जनवादी महिला समिति, एसएफआई, मारुति यूनियन, एआईसीसीटीयू, इंकलाबी मजदूर केन्द्र, क्रान्तिकारी नौजवान सभा, बिगुल मजदूर दस्ता, यूनाइटेड ऑटो वर्कर्स यूनियन अमेरिका, नैकडोर, समतामूलक महिला संगठन, आम आदमी पार्टी, छात्र संगठन डीपाईएफ, मनरेगा मजदूर यूनियन, सैनी सभा, जनवादी महिला समिति आदि ने उनका समर्थन किया।
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