Twitter

Follow palashbiswaskl on Twitter

Memories of Another day

Memories of Another day
While my Parents Pulin babu and Basanti devi were living

Saturday, July 10, 2010

पत्रकारिता से मन भरा, अब पढ़ाएंगे जाखड़

पत्रकारिता से मन भरा, अब पढ़ाएंगे जाखड़

दैनिक जागरण, पानीपत में रिपोर्टर के रूप में कार्यरत प्रदीप जाखड़ ने मीडिया ...

आई-नेक्स्ट के तीन पत्रकार भास्कर पहुंचे

रांची में उठापटक जारी है. आई-नेक्स्ट, रांची से तीन लोगों के इस्तीफा देकर दै...

आलोक पांडेय ने दैनिक जागरण छोड़ा

दैनिक जागरण, कानपुर के सीनियर सब एडिटर आलोक पांडेय ने इस्तीफा दे दिया है. व...

More:

स्टार में इनक्रीमेंट, इंडिया टीवी में आक्रोश

स्टार न्यूज में देर से ही सही, इनक्रीमेंट लगने से यहां काम करने वाले लोग प्...

आउटपुट हेड व प्रोग्रामिंग हेड ने चैनल छोड़ा

: इंडिया न्यूज से मुक्त हुए इसरार व अतुल : 'इंडिया न्यूज' के आउटपुट एडिटर इसर...

टीवी की दुनिया रास न आई : प्रदीप सिंह

: सीएनईबी के कंटेंट एडिटर पद से इस्तीफा : सीएनईबी न्यूज चैनल से खबर है कि राह...

More:

नागपुर पुलिस का डंडा और पत्रकारिता

: सच के पक्ष में आएं पुलिस आयुक्त : प्रेस, पुलिस, पब्लिक के बीच परस्पर सामंजस्य को कानून-व्यवस्था के लिए आवश्यक मानने वाले आज निराश हैं। दुखी हैं कि इस अवधारणा की बखिया उधेड़ी गई कानून-व्यवस्था लागू करने की जिम्मेदार पुलिस के द...

जार्ज, जया और लैला... तमाशा जारी है....

:   पिंजड़े में बूढ़े 'शेर' की सूनी आंखें! :  कई बार वक्त ऐसा त्रासद मोड़ लेता है कि दहाड़ लगाने वाला शेर भी 'म्याऊं-म्याऊं' बोलने के लिए मजबूर हो जाता है। जब कभी ऐसे मुहावरे किसी की जिंदगी के यथार्थ बनने लगते हैं, तो उलट-फेर होते ...

More:

मेरे को मास नहीं मानता, यह अच्छा है

मेरे को मास नहीं मानता, यह अच्छा है

इंटरव्यू : हृदयनाथ मंगेशकर (मशहूर संगीतकार) : मास एक-एक सीढ़ी नीचे लाने लगता है : जीवन में जो भी संघर्ष किया सिर्फ ज़िंदगी चलाने के लिए किया, संगीत के लिए नहीं : आदमी को पता चलता ही नहीं, सहज हो जाना : बड़ी कला सहज ही हो जाती है, सो...

केवल कलम चलाने गाल बजाने से कुछ न होगा

केवल कलम चलाने गाल बजाने से कुछ न होगा

इंटरव्यू : मुकेश कुमार (वरिष्ठ पत्रकार और निदेशक, मौर्य टीवी) : टेलीविज़न में ज़्यादातर काम करने वालों के पास न तो दृष्टि होती है न ज्ञान : 'सुबह सवेरे' की लोकप्रियता का आलम ये था कि हर दिन बोरों मे भरकर पत्र आते थे : सहारा प्रण...

More:
Web hosting by IDS Logic


--
Palash Biswas
Pl Read:
http://nandigramunited-banga.blogspot.com/

No comments:

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...