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Memories of Another day

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While my Parents Pulin babu and Basanti devi were living

Monday, April 27, 2015

घ्याळ दाकी व्यापारौ बान बैंक लोन अर्जी

     घ्याळ  दाकी व्यापारौ बान बैंक लोन अर्जी 


                        चबोड़्या स्किट संकलन :::   भीष्म कुकरेती 


[बैंक ऑफिस।   बैंक मैनेजर कैरा काका कुर्सी मा बैठ्युं च।  इथगा मा घ्याळ दा आंद। घ्याळ दाक कखर्यळ तौळ फ़ाइल छन।   ]

कैरा काका -घ्याळ दा ?

घ्याळ दा -जी धन्यवाद।  आखिर आपन मि तै मिलणै मजूरी दे इ दे। 

कैरा काका -नै नै यु त हमर कर्तव्य च। 

घ्याळ दा -हाँ पर तीन साल लग गेन आपम आणो कुण। 

कैरा काका -हाँ जरा लाल फीतसाही तो छैं इ च। 

घ्याळ दा -जरा ?

कैरा काका -अच्छा चलो ब्वालो केक अर्जी च?

घ्याळ दा -जी छुटु व्यापार याने लोवर इंटरप्रिनुअरशिप का तहत बैंक लोन चयेणु च। [एक फाइल दींदु ]

कैरा काका -भौत बढ़िया जब तक छुट छुट ब्यापार भारत मा नि खुलल भारत कु विकास असंभव च। 

घ्याळ दा -जी तबि त मि -

कैरा काका -अच्छा क्या पेल्या कॉफी या चाय ?

घ्याळ दा -चाय।  मिनरल वाटर मा अर कैफीन रहित चाय। 

कैरा काका [टेलीफोन से ]-एक घळतण्या चाय भितर भयाजो। अर  मेकुण कड़क चाय।  

घ्याळ दा -जी। 

कैरा काका -अच्छा इन बताओ कि आपन बिजिनेस क्यांक करणाइ ? अर ये प्रोडक्ट की डिमांड मतलब मांग कथगा च ?

घ्याळ दा -जी सात करोड़ भारतीय तो अबि बि ये पदार्थ का ग्राहक छन अर भविष्य बड़ो संभवना से भर्युं च अर -

कैरा काका -अर ?

घ्याळ दा -अर चूँकि पंजाब का उदाहरण से लगद कि राजनीतिज्ञ ये ब्यापार तै अग्वाड़ी बढ़ान चांदन तो  ये प्रोडक्ट व्यापार की अप्रतिम संभवना छन। 

कैरा काका -अच्छा ? कथगा पर्सेंट ग्रोथ की संभवना च ?

घ्याळ दा -पंजाब  का राजनीतिग्यों  अर प्रशासन का हाल चाल देखिक तो सौ प्रतिशत विकास की संभावना च । 

कैरा काका -वेरी गुड , ब्रैंड  कु नाम क्या च ?

घ्याळ दा -नाम तो नि धार पर प्रोडक्ट बिकण मा क्वी परेशानी नि होली। 

कैरा काका -औ -

घ्याळ दा -अर बाइ प्रोडक्ट की भी बड़ी मांग ह्वे सकद।  फिर -

कैरा काका -फिर क्या ?

घ्याळ दा -इखमा स्किल्ड लेबर की बि जरूरत नी च। 

कैरा काका -ह्यां पर प्रोडक्ट कु नाम क्या च ?

घ्याळ दा -चरस -गांजा ?

कैरा काका -क्या ?

घ्याळ दा -चरस गांजा। 

कैरा काका -मतलब अब बैंक चरस गांजा का व्यापार का वास्ता लोन दयालु ?

घ्याळ दा -हाँ।  

कैरा काका -तुम बैंक तै क्या समझदां ?

घ्याळ दा -बैंक तो बैंक ही च। 

कैरा काका [फ़ाइल देखिक ] -पर तुमन तो भांग की खेती करणो वास्ता लोन मांग ?

घ्याळ दा -हाँ।  भांग की खेती का वास्ता लोन चयेंद। 

कैरा काका -तुम सरकार तै क्या समजदवां ? क्या चरस गांजा का विकास का वास्ता सरकारी बैंक लोन द्याला ? चरस गांजा से युवा पीढ़ी खत्म हूणि  च अर बैंक भांग की खेती का वास्ता लोन द्याली हैं ?

घ्याळ दा -हाँ जब सरकार तै पता ह्वेक बि तम्बाकू की खेती का वास्ता लोन अर सब्सिडी दे सकदी तो भांग की खेती का वास्ता किलै ना बोल सकदी ?

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