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Memories of Another day

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While my Parents Pulin babu and Basanti devi were living

Friday, June 28, 2013

पत्रकारिता के स्‍वर्णयुग में किस संपादक ने नेहरू के नीतियों के खिलाफ लिखा था

पत्रकारिता के स्‍वर्णयुग में किस संपादक ने नेहरू के नीतियों के खिलाफ लिखा था


पत्रकारिता के तथाकथित स्वर्ण युग और यशस्वी संपादकों के दौर में किस महान अखबार और संपादक ने प्रधानमंत्री नेहरू की नीतियों के खिलाफ संपादकीय लिखा. कितने अखबारों ने लाल बहादुर शास्त्री की नेतृत्व वाली सरकारी की किसी भी तरह की आलोचना की. दो अखबारों को छोड़ दें तो 1977 तक किसने इंदिरा गांधी के खिलाफ कुछ भी लिखा.

...फिर भी अगर वही आपका स्वर्ण युग है, तो आप टाइम मशीन में फ्रींज़ हो गए हैं. इसे दिमाग से डायनासोर हो जाना भी कहते हैं. इसका सरल इलाज यह है कि नेशनल आर्काइव में जाकर पुराने अखबार पढ़ें. बीमारी दूर हो जाएगी.

वरिष्‍ठ पत्रकार दिलीप मंडल के फेसबुक वॉल से साभार.

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