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Hindi News Updates 03.07.13
पिछड़ी जाति की कन्याओं की शादी पर शासन मेहरबान- AmarUjala.com
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पिछड़ों को आबादी के हिसाब से मिले आरक्षण- AmarUjala.com
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बीएसए कार्यालय पर धरनारत शिक्षक की हालत बिगड़ी- Dainik Jagran
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अंबेडकर प्रतिमा का अंगूठा तोड़ने पर हंगामा- Dainik jagran
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बालिका हॉस्टल तैयार, प्रशासन की हरी झंडी का इंतजार- Dainik jagran
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पिछड़ी जाति की कन्याओं की शादी पर शासन मेहरबान
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आजमगढ़। पिछड़ी जाति की गरीब कन्याओं की शादी अनुदान पर शासन पूरी तरह मेहरबान लग रहा है। जरूरत 28 लाख
की है लेेकिन संजीदगी ऐसी कि पहली ही किस्त एक करोड़ सात लाख जारी कर दी गई हैं। वहीं, दलित कन्याओं की शादी
अनुदान में कंजूसी दिखती है। 52 लाख की मांग के सापेक्ष मात्र 23 लाख ही पहली किस्त के रूप में उपलब्ध कराए गए हैं।
अल्पसंख्यक समाज की गरीब बेटियों की शादी अनुदान के नाम पर अब तक फूटी कौड़ी उपलब्ध नहीं कराई गई। जबकि
बसपा शासन में वर्ष 2011-12 में पिछड़ी जाति के लिए मात्र 82 लाख और दलितों के लिए लगभग 95 लाख जारी हुए थे।
अल्पसंख्यक समाज की बेटियों के लिए 11 लाख 30 हजार जारी रखा गया था।
दलित, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यक निर्धन परिवारों की कन्याओं की शादी पर शासन से अनुदान के रूप में 10-10 हजार
रुपये देने का प्रावधान है। वर्ष 2013-14 में 520 दलित कन्याओं, पिछड़ी जाति से 320 आवेदन आए हैं। जबकि सबसे कम
अल्पसंख्यक समाज की 16 गरीब बेटियों के लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में आवेदन पत्र आए। जांच में पिछड़ी जाति
के 40 आवेदन अपात्र पाने पर निरस्त कर दिए गए। अल्पसंख्यक के सभी 16 आवेदन पात्र पाए गए। बता दें कि वित्तीय
वर्ष के तीन माह की अवधि में पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग को 280 लाभार्थियों के लिए 28 लाख शादी अनुदान के सापेक्ष
पहली ही किस्त में एक करोड़ सात लाख मिले हैं। समाज कल्याण विभाग को दलित कन्याओं के लिए 520 लाभार्थियों पर
52 लाख के सापेक्ष मात्र 23 लाख मिले हैं। जबकि अल्प संख्यक कल्याण विभाग में आए 16 आवेदनों शासन से अभी तक
फूटी कौड़ी नसीब नहीं हुई है।
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पिछड़ों को आबादी के हिसाब से मिले आरक्षण
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जौनपुर। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष पूर्व विधायक राज नरायण बिंद का जिले में प्रथम आगमन पर भव्य
स्वागत किया गया। सदर चुंगी स्थित सपा कार्यालय पर आयोजित समारोह में जिलाध्यक्ष राज बहादुर यादव ने कहा कि
पार्टी ने श्री बिंद को पिछड़ा वर्ग आयोग का उपाध्यक्ष बनाकर बिंद निषाद समाज का सम्मान किया है।
राज नरायण बिंद ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के प्रति आभार जताते हुए कहा कि पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरने
का प्रयास करेंगे। बिंद, निषाद समाज के लोगों को पार्टी से जोड़ने का काम करेंगे। बिंद समाज लोकसभा चुनाव में अहम
भूमिका निभाएगा। समारोह में लोकसभा प्रत्याशी डा. केपी यादव ने कहा कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिंद समाज के व्यक्ति को जिम्मेदारी देकर पिछड़ा वर्ग का सम्मान किया है। राज नरायण
बिंद स्व. फूलन देवी के सपनों को पूरा करेंगे। राज नरायण बिंद ने कहा कि 16 जुलाई को पालीटेक्निक चौराहा स्थित कृषि
भवन में बिंद, निषाद समाज का मंडलीय सम्मेलन आयोजित किया गया है। इसमें समाज के हजारों लोग शिरकत करेंगे।
इस दौरान पूर्व विधायक लाल बहादुर यादव, उमाशंकर यादव, हिसामुद्दीन, प्यारे लाल निषाद, नंद लाल यादव, श्रवण
जायसवाल, गजराज यादव, कृष्ण कुमार, त्रिभुवन यादव, भारत बिंद, निर्मला बिंद, राजेश कुमार, कलीम अहमद, दीपक
सिंह, पूनम मौर्य, विक्रम मौर्य, रिजवान हैदर, सुनील श्रीवास्तव, संतोष मौर्य, सुभाष चंद्र पाल, आशीष कुमार पाल आदि
मौजूद थे। संचालन महासचिव श्याम बहादुर पाल ने किया। बदलापुर गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में राज नरायण
बिंद ने कहा कि पिछली बसपा सरकार ने पिछड़ों, अति पिछड़ों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया। पिछड़ों को 27 फीसदी
आरक्षण दिया गया लेकिन अब आबादी 60 फीसदी हो गई। हम गुजारिश करेंगे कि आबादी के हिसाब से पिछड़ों को आरक्षण
दिया जाए। यहां सपा कार्यकर्तांओं ने स्वागत किया। इस दौरान पूर्व विधायक उमाशंकर यादव, जिलाध्यक्ष राज बहादुर
यादव, सुशील श्रीवास्तव, जयनाथ यादव, सालिकराम, महेंद्र यादव, ओम प्रकाश, रामजीत यादव, सभाजीत, अभयराज
यादव, राजेश बिंद, चंद्रभान बिंद, राम अधार, अच्छे लाल, कैलाश मौर्य, इंद्रजीत यादव, उमापति पांडेय, नीरज दुबे, कामता
सिंह, यदुवंश सिंह, कामता सिंह, डा. सुधांशु दुबे, वीरेंद्र दुबे आदि मौजूद थे।
उधर, बिंद निषाद जागरण समिति के तत्वाधान में चौकिया स्थित हाल में राज नरायण बिंद का स्वागत किया गया। इस
दौरान मोतीलाल बिंद, अच्छे लाल, मूलचंद्र, ठाकुर प्रसाद निषाद, रवींद्र बिंद, राधेश्याम, सुरेश कुमार, राम नरायन,
निरंजन, अर्जुन, सभाजीत, हरिहर, अनिल बिंद, बिहारी आदि मौजूद थे। संचालन अच्छे लाल बिंद ने किया।
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बीएसए कार्यालय पर धरनारत शिक्षक की हालत बिगड़ी
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मेरठ : अनुसूचित जाति/जनजाति के बैनर तले बेसिक शिक्षा विभाग में धरना दे रहे शिक्षक की हालत मंगलवार को देर
शाम बिगड़ गई। डाक्टरों के दल ने शिक्षक का परीक्षण कर उन्हें मेडिकल इमरजेंसी में भर्ती कराया।
अनुसूचित जाति/जनजाति परिषदीय शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने बेसिक शिक्षा अधिकारी जीवेंद्र सिंह ऐरी पर
भ्रष्टाचार व नियम विरोधी कार्य करने के आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल रखा है। चार दिन से शिक्षकों का धरना चल रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि समस्याओं का समाधान तो दूर बीएसए वार्ता तक के लिए नहीं बुला रहे।
भूख हड़ताल पर बैठे जिला सह संयोजक नरेंद्र सिंह की मंगलवार देर शाम हालत बिगड़ गई। इस पर सीएमओ को सूचित
किया गया। डाक्टरों का दल मौके पर पहुंचा और परीक्षण किया। उन्हें मेडिकल इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। प्रदेश
अध्यक्ष संजय कुमार, जिला संयोजक विनोद कुमार, किरण पाल सिंह, अशोक कुमार, देवेंद्र, मनोज, जितेंद्र, रामकुमार
चौधरी आदि धरने पर बैठे।
वहीं, मेडिकल में भर्ती शिक्षक को देखने के लिए बीएसए कार्यालय के कई अधिकारी व कर्मी भी देर रात पहुंचे। उधर,
बीएसए जीवेंद्र सिंह ऐरी ने कहा कि मांगों को लेकर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है।
आज से धरना देगा माध्यमिक शिक्षक संघ
मेरठ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ बुधवार (आज) से बेमियादी धरना शुरू करेगा। संघ के मंडलीय मंत्री रमेश शर्मा
ने बताया कि लंबित प्रकरणों पर कई बार वार्ता के बाद भी कोई समाधान नहीं निकल सका है। हालात यह हैं कि कोई भी
शिक्षा अधिकारी बिना किसी को कार्यभार सौंपे ही लापता हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने 30 जून तक सभी
जीपीएफ एवं पेंशन प्रकरणों के निस्तारण संबंधी निर्देश जारी किए थे, लेकिन मेरठ मंडल में सैकड़ों अध्यापक अभी भी
भटक रहे हैं।
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अंबेडकर प्रतिमा का अंगूठा तोड़ने पर हंगामा
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जागरण संवाददाता, मेरठ : असामाजिक तत्वों द्वारा लिसाड़ी गांव में डा. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अंगूठा तोड़ने
पर दो समुदाय आमने-सामने आ गए। हालांकि पुलिस ने स्थिति को काबू कर लिया। नई प्रतिमा लगाने और आरोपियों
की गिरफ्तारी के आश्वासन पर लोग शांत हुए।
लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के लिसाड़ी गांव के मुख्य चौराहे पर डा. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगी है। मंगलवार सुबह एक
व्यक्ति ने प्रतिमा का अंगूठा टूटा देखकर एक समुदाय को इसकी जानकारी दी। इस पर वहां भीड़ जमा हो गई और दूसरे
समुदाय पर प्रतिमा तोड़ने का आरोप लगाने लगे। इधर, दूसरे समुदाय के लोग भी सामने आ गए। हालांकि सूचना पर
पुलिस, पीएसी और एलआइयू की टीम मौके पर पहुंच गई। आक्रोशित लोगों की मांग थी कि प्रतिमा तोड़ने वालों के
खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। हंगामा बढ़ता देख सिटी मजिस्ट्रेट डीपी श्रीवास्तव और सीओ
कोतवाली हरिप्रकाश कसाना मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ नई प्रतिमा स्थापित
कराने की मांग भी की। दोनों अफसरों ने प्रदर्शनकारियों के साथ आधे घंटे की वार्ता में उनकी सभी शर्त मान ली। सीओ ने
बताया कि मामले की रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रदर्शनकारियों में पार्षद पति सुरेंद्र कुमार, उमा शंकर, डा.
चरण सिंह, पूर्व प्रधान चेन लाल आदि मौजूद रहे। दोनों ओर से बढ़ रहे तनाव को देखते हुए मौके पर पुलिस बल तैनात कर
दिया है।
गुलमर्ग के झगड़े से जोड़कर देख रहे अफसर
मेरठ : किक्रेट मैच को लेकर सोमवार को गुलमर्ग कालोनी में हुए झगड़े से भी इस विवाद को जोड़कर देखा जा रहा है।
दरअसल, यह विवाद भी दो समुदाय के लोगों से जुड़ा हुआ था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दीवाली पर भी हुआ प्रतिमा पर हमला
मेरठ : खुफिया विभाग की रिपोर्ट की मानें तो इस बार प्रतिमा तोड़ने के मामले को भी किसी शरारती तत्व की करतूत ही
माना जा रहा है। क्योंकि दीवाली पर भी प्रतिमा पर पटाखा रखकर सनसनी मचा दी थी। इस मामले में एक युवक को
नामजद भी किया गया था। उससे भी पूछताछ की जा रही है।
इन्होंने कहा..
असामाजिक तत्वों को किसी के सम्मान से खेलने नहीं दिया जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मामले की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस की टीमें लगा दी गई हैं।
दीपक कुमार, एसएसपी।
Dainik jagran
बालिका हॉस्टल तैयार, प्रशासन की हरी झंडी का इंतजार
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संवाददाता, नोएडा : सेक्टर-62 में महिलाओं के लिए बनाया गया एससी-एसटी बालिका हॉस्टल बनकर तैयार हो चुका है,
लेकिन अब तक इसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। वजह, इसका संचालन समाज कल्याण विभाग द्वारा किया जाना
है, लेकिन अब तक तय नहीं किया जा सका है कि इसे समाज कल्याण विभाग को कब सौंपा जाएगा? इस संबंध में कई दौर
की वार्ता प्राधिकरण व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हो चुकी है, लेकिन स्थिति यह है कि अब तक इसे चालू करने की
तिथि की निर्धारित नहीं हो सकी है।
वर्ष 2009 में सेक्टर-62 में एससी-एसटी हॉस्टल का निर्माण शुरू किया गया था। पांच मंजिला भवन के निर्माण में
प्राधिकरण ने 40 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसमें बने पांच सौ कमरों में एक समय में आठ सौ महिलाओं के रुकने की
व्यवस्था है। तीन सौ कमरों में डबल बेड और दो सौ कमरों में सिंगल बेड की व्यवस्था भी नोएडा प्राधिकरण द्वारा की गई
थी। इस समय हॉस्टल बनकर तैयार है। प्राधिकरण अधिकारियों के मुताबिक, हॉस्टल का संचालन समाज कल्याण
विभाग द्वारा किया जाना है। प्राधिकरण हॉस्टल विभाग को सौंपे के लिए तैयार है, लेकिन विभाग की तरफ से अभी इसके
लिए पर्याप्त तैयारी नहीं की गई है। हॉस्टल को सौंपे जाने के बाद अगर कोई कार्य कराए जाने के लिए कहा जाता है, तो
प्राधिकरण इसके लिए भी तैयार है।
हॉस्टल बनाने का उद्देश्य शहर में काम करने वाली बाहर की रहने वाली कामकाजी महिलाओं को रहने की सुविधा देना है।
शहर के कॉलेजों में पढ़ने वाली छात्राएं भी इसमें रहकर अपनी पढ़ाई कर सकेंगी। हालांकि, यहां रहने वाली महिलाएं व
छात्राओं को प्रतिमाह कितना पैसा देना होगा, यह अभी तय नहीं किया जा सका है। सूत्रों के मुताबिक, शहर में चलने वाले
पीजी के मुकाबले शुल्क काफी कम होगा।
News Monitor by Ajeet Khote & Kuldeep Chandan
--
.Arun Khote
On behalf of
Dalits Media Watch Team
(An initiative of "Peoples Media Advocacy & Resource Centre-PMARC")
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Peoples Media Advocacy & Resource Centre- PMARC has been initiated with the support from group of senior journalists, social activists, academics and intellectuals from Dalit and civil society to advocate and facilitate Dalits issues in the mainstream media. To create proper & adequate space with the Dalit perspective in the mainstream media national/ International on Dalit issues is primary objective of the PMARC.
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