RIHAI MANCH
(Forum for the Release of Innocent Muslims imprisoned in the name of Terrorism)
----------------------------------------------------------------------------------
कांग्रेस बताए कि वह इशरत के हत्यारे मोदी को क्यों बचाना चाहती है - रिहाई मंच
इशरत मामले में केंद्र सरकार द्वारा आईबी को बचाने की कोशिशों पर स्थिति
स्पष्ट करें माया और मुलायम- रिहाई मंच
आईबी को बचाकर आतंकवादी वारदातों की हकीकत छुपाने की कोशिश
धरने के 43वें दिन क्रमिक उपवास पर रिहाई मंच के नेता मसीहुद्दीन संजरी बैठे
लखनऊ, 3 जुलाई 2013। मौलाना खालिद मुजाहिद के हत्यारे पुलिस अधिकारियों
की गिरफ्तारी, निमेष आयोग की रिपोर्ट पर तत्काल अमल करने और आतंकवाद के
नाम पर कैद बेगुनाह मुस्लिम नौजवानों को छोड़ने की मांग के साथ चल रहा
रिहाई मंच का अनिश्चितकालीन धरना आज 43 वें दिन भी जारी रहा। आज उपवास पर
आजमगढ़ रिहाई मंच के प्रभारी मसीहुद्दीन संजरी बैठे।
रिहाई मंच के प्रवक्ताओं शाहनवाज आलम और राजीव यादव ने कहा कि इशरत जहां
फर्जी मुठभेड़ कांड में केन्द्र सरकार के दबाव में सहबीआई ने आईबी
अधिकारी राजेन्द्र कुमार को नामित नहीं किया है। इससे साफ हो जाता है कि
यूपीए सरकार इशरत जहां की हत्या के रहस्य को छुपाकर आतंकवादी वारदातों,
फर्जी मुठभेड़ों में शामिल और देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन चुकी आईबी
को बचा कर, आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है। नेताओं ने कहा कि इस
बहुप्रतिक्षित चार्जशीट में ऐसा कुछ भी नया नहीं है जो पहले से अवाम नहीं
जानती थी। सबसे अहम तो यह की इस फर्जी मुठभेड़ के पीछे की साजिश और मंशा
जिसका खुलासा सीबीआई को करना था उसने नहीं किया है। क्योंकि अपनी
चार्जशीट में उसने इस हत्या के मुख्य राजनीतिक षडयंत्रकारियों जिन्होंने
इस हत्या का राजनीतिक लाभ उठाया, नरेन्द्र मोदी और अमित शाह का नाम नहीं
है। इस चार्जशीट में जिन पुलिस अधिकारियों को नामित किया गया है उनमें से
अधिकतर पहले से ही इस मामले में जेल में हैं। इससे साफ हो जाता है कि
आतंकवाद के नाम पर मार दिए जाने वाले निर्दोष मुसलमानों के इंसाफ को
रोकने के लिए कांग्रेस और भाजपा एक साथ आ गई हैं।
इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद सुलेमान और पूर्व सांसद
इलियास आजमी ने कहा कि इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ कांड पर जिस तरह कांग्रेस
और भाजपा इंसाफ को रोकने के लिए एक साथ आ गई हैं ऐसे में अपने को
सेक्युलर कहने वाली सपा और बसपा जो मोदी से लड़ने के नाम पर अपनी सियासत
करती हैं और वह अपनी हुकूमत वो वह सब कुछ करती हैं जो मोदी करते हैं,
उन्हें अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि कांग्रेस हुकूमत जो इन दोनों
पार्टियों के समर्थन से चल रही है उसके द्वारा सीबीआई पर दबाव डालकर आईबी
को बचाने की कोशिश पर वे क्यों चुप हैं।
आजमगढ़ रिहाई मंच के प्रभारी मसीहुद्दीन संजरी ने कहा कि जिस तरह से इशरत
और सादिक जमाल मेहतर की हत्या में आईबी की भूमिका उजागर हो रही है वैसे
में यह जरुरी हो जाता है कि आतंकवाद से निपटने के नाम पर हुई दूसरी
कार्यवाइयों की भी जांच आईबी को घेरे में लेकर की जाए। संजरपुर, आजमगढ
जहां के साजिद और आतिफ को बटला हाउस फर्जी मुठभेड़ में मार डाला गया था,
से आए मसीहुद्दीन संजरी ने कहा कि जिस तरह यूपीए सरकार इशरत मामले में
आईबी को बचाने में लगी है ठीक इसी तरह यूपीए सरकार ने ही बटला हाउस फर्जी
मुठभेड़ की जांच के सवाल पर पुलिस के मनोबल गिरने की दुहाई देते हुए जांच
को रोक दिया था। उन्होंने कहा कि आज इशरत जहां की लडाई सिर्फ इशरत के
परिवार की लड़ाई नहीं रह गई है बल्कि यह देश के सभी मुसलमानों और
सेक्युलर अवाम की लड़ाई बन गई है, जिसे हम जरुर जीतेंगे।
पिछड़ा महासभा के एहसानुल हक मलिक, मुस्लिम मजलिस के जैद अहमद फारुकी,
भारतीय एकता पार्टी के सैयद मोईद अहमद और सोशलिस्ट पार्टी आॅफ इडिया के
नेता ओंकार सिंह ने कहा कि 10 जुलाई को खालिद के न्याय के लिए चले रहे
हमारे धरने का पचासवां दिन है और उसी दौरान रमजान का पाक महीना भी शुरु
हो जाएगा। हम रमजान के पाक महीने में भी धरने पर बैठेंगे, यहीं पर नमाज
भी अदा करेंगे और अफ्तार भी यहीं होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने हमें
रमजान के पाक महीने में जिस वक्त खुदा की इबादत में हर मुसलमान ज्यादा से
ज्यादा वक्त देता है उस दौरान हमें यहां बैठने के लिए मजबूर किया है। ऐसे
में विधानसभा धरना स्थल पर जहां काफी कचरा है, उसकी दो दिनों के अंदर
सफाई करायी जाए और लाईट और पानी की उचित व्यवस्था करायी जाए क्योंकि यहां
पर रमजान के दौरान संघर्ष के साथ-साथ इबादत भी होगी। सोशलिस्ट फ्रंट आॅफ
इंडिया के नेता मो आफाक ने कहा कि रमजान के महीने की 6 तारीख को ईदगाह
में रोजा अफ्तार होता है उसमें शहर के सियासी धर्म गुरू भीड़ लगा कर शहर
की भोली-भाली जनता को बुला कर खिलाते-पिलाते हैं बेशक हम भी रोजा खोलने
उस मजमे में जाएं मगर शहीद खालिद मुजाहिद को इंसाफ मिलने के बाद। अगर
शहीद खालिद मुजाहिद को इंसाफ नहीं मिलता है तो सोशलिस्ट फ्रन्ट आफ
इण्डिया वहां मौजूद सपाइयों को काले झण्डे दिखायेगा।
रिहाई मंच के धरने का संचालन रिहाई मंच के नेता राजीव यादव ने किया। धरने
में पूर्व सांसद इलियास आजमी, सोशलिस्ट फ्रंट के मो0 आफाक, बाराबंकी से
आए फरहान वारसी, फजील अहमद, जैद अहमद फारुकी, रिजवान अहमद, पिछड़ा महासभा
के एहसाानुल हक मलिक, भारतीय एकता पार्टी के सैयद मोइद अहमद, इनायत उल्ला
खान, शिवनारायण कुशवाहा, डा0 हारिश सिद्किी, जुबैर जौनपुरी, जैनब, अखिलेश
सक्सेना, शुऐब, मकसूदुल हक, आदिल सिद्किी, प्रबुद्ध गौतम, आदियोग, रिजवान
अहमद, रामकृष्ण, सै0 ताज, उदय भान, अब्दुल अजीज खान, शाहनवाज आलम शामिल
रहे।
द्वारा जारी-
शाहनवाज आलम, राजीव यादव
प्रवक्ता रिहाई मंच
09415254919, 09452800752
--------------------------------------------------------------------------------
Office - 110/60, Harinath Banerjee Street, Naya Gaaon Poorv, Laatoosh
Road, Lucknow
Forum for the Release of Innocent Muslims imprisoned in the name of Terrorism
Email- rihaimanchlucknow@gmail.com
No comments:
Post a Comment