RIHAI MANCH
For Resistance Against Repression
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बाराबंकी के थाने में दलित युवक की हत्या सपा की सामंती, आपराधिक राजनीति
का नतीजा- रिहाई मंच
देवा थाने में दलित युवक की हत्या पर पुलिस पर दर्ज हो मुकदमा, हो घटना
की उच्चस्तरीय जांच
रिहाई मंच उत्तर प्रदेश में थाने के भीतर हो रही हत्याओं के खिलाफ जल्द
ही प्रदेश भर में छेड़ेगा आंदोलन
लखनऊ, 31 अगस्त 2015। रिहाई मंच ने बाराबंकी जिले की देवा कोतवाली में
बंद दलित युवक सुभाष राजवंशी की मौत को हत्या करार देते हुए आरोपी थाना
प्रभारी जेपी यादव सहित ड्यूटी पर मौजूद पुलिस वालों को तत्काल बर्खास्त
करते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की है। मंच ने
कहा है कि सुभाष की हत्या के बाद जिस तरह से आरोपी थाना कर्मचारियों ने
देवा कोतवाली में अपने खुद के बचाव के लिए आगजनी की, इसकी भी उच्च स्तरीय
न्यायिक जांच कराई जाए।
रिहाई मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शुऐब ने कहा है कि अखिलेश यादव की पलिस आज
हत्यारों और बलात्कारियों का गैंग एक बन गई है। पुलिस थाने एक तरफ जहां
'बूचड़खानों' में तबदील हो चुके हैं वहीं पूरी की पूरी पुलिस मशीनरी
आदमखोर हो गई है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जिस तरह से अखिलेश के पिता
मुलायम सिंह यादव बलात्कारियों के पक्ष में खुला बयान देते हैं कि एक
लड़की से चार लोग रेप नहीं कर सकते, लड़कों से लगती हो जाती है वहीं
दूसरी ओर अखिलेश यादव की सरकार सीतापुर की महमूदाबाद कोतवाली में लड़की
जीनत की हत्या की घटना के बाद एफआईआर तक दर्ज नहीं कराती है। उन्होंने
कहा कि मुलायम और अखिलेश खुलेआम हत्यारों और बलात्कारियों को संरक्षण दे
रहे हैं। पत्रकार जगेन्द्र को जिंदा जला देने, बाराबंकी में पत्रकार की
मां को थाने के भीतर जिंदा जला देने, बहराइच में आरटीआई कार्यकर्ता गुरू
प्रसाद की पीट-पीट कर हत्या, बांदा में किसान को जिंदा जला देने में जिस
तरह से अपराधियों, सपा के विधायकों मंत्रियों का बचाव जांच के नाम पर
अखिलेश यादव ने किया उसने सूबे के अपराधियों का मनोबल बढ़ा दिया है।
अपराधियों को पता है कि हर वारदात के बाद सपा सरकार जांच के नाम पर
अपराधियों के साथ होगी। समाजवादी सरकार और आपराधिक पुलिस मशीनरी के
गठजोड़ के आतंक से सूबे की महिलाएं, दलित, अल्पसंख्यक आतंकित हैं।
मोहम्मद शुऐब ने कहा कि जिस तरह से कुछ दिन पहले ही बाराबंकी को
सांप्रदायिक हिंसा में झाोंकने की कोशिश की गई उसने भी साबित कर दिया है
कि कानून व्यवस्था के सवाल पर समाजवादी पार्टी संघी राजनीति को ही मजबूत
कर रही है। उन्होंने कहा कि रिहाई मंच उत्तर प्रदेश में थाने के भीतर हो
रही हत्याओं के खिलाफ जल्द ही प्रदेशभर में एक व्यापक आंदोलन छेड़ेगा।
द्वारा जारी-
शाहनवाज आलम
(प्रवक्ता, रिहाई मंच)
09415254919
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Office - 110/46, Harinath Banerjee Street, Naya Gaaon Poorv, Laatoosh
Road, Lucknow
E-mail: rihaimanch@india.com
https://www.facebook.com/rihaimanch
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बाराबंकी के थाने में दलित युवक की हत्या सपा की सामंती, आपराधिक राजनीति
का नतीजा- रिहाई मंच
देवा थाने में दलित युवक की हत्या पर पुलिस पर दर्ज हो मुकदमा, हो घटना
की उच्चस्तरीय जांच
रिहाई मंच उत्तर प्रदेश में थाने के भीतर हो रही हत्याओं के खिलाफ जल्द
ही प्रदेश भर में छेड़ेगा आंदोलन
लखनऊ, 31 अगस्त 2015। रिहाई मंच ने बाराबंकी जिले की देवा कोतवाली में
बंद दलित युवक सुभाष राजवंशी की मौत को हत्या करार देते हुए आरोपी थाना
प्रभारी जेपी यादव सहित ड्यूटी पर मौजूद पुलिस वालों को तत्काल बर्खास्त
करते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की है। मंच ने
कहा है कि सुभाष की हत्या के बाद जिस तरह से आरोपी थाना कर्मचारियों ने
देवा कोतवाली में अपने खुद के बचाव के लिए आगजनी की, इसकी भी उच्च स्तरीय
न्यायिक जांच कराई जाए।
रिहाई मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शुऐब ने कहा है कि अखिलेश यादव की पलिस आज
हत्यारों और बलात्कारियों का गैंग एक बन गई है। पुलिस थाने एक तरफ जहां
'बूचड़खानों' में तबदील हो चुके हैं वहीं पूरी की पूरी पुलिस मशीनरी
आदमखोर हो गई है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जिस तरह से अखिलेश के पिता
मुलायम सिंह यादव बलात्कारियों के पक्ष में खुला बयान देते हैं कि एक
लड़की से चार लोग रेप नहीं कर सकते, लड़कों से लगती हो जाती है वहीं
दूसरी ओर अखिलेश यादव की सरकार सीतापुर की महमूदाबाद कोतवाली में लड़की
जीनत की हत्या की घटना के बाद एफआईआर तक दर्ज नहीं कराती है। उन्होंने
कहा कि मुलायम और अखिलेश खुलेआम हत्यारों और बलात्कारियों को संरक्षण दे
रहे हैं। पत्रकार जगेन्द्र को जिंदा जला देने, बाराबंकी में पत्रकार की
मां को थाने के भीतर जिंदा जला देने, बहराइच में आरटीआई कार्यकर्ता गुरू
प्रसाद की पीट-पीट कर हत्या, बांदा में किसान को जिंदा जला देने में जिस
तरह से अपराधियों, सपा के विधायकों मंत्रियों का बचाव जांच के नाम पर
अखिलेश यादव ने किया उसने सूबे के अपराधियों का मनोबल बढ़ा दिया है।
अपराधियों को पता है कि हर वारदात के बाद सपा सरकार जांच के नाम पर
अपराधियों के साथ होगी। समाजवादी सरकार और आपराधिक पुलिस मशीनरी के
गठजोड़ के आतंक से सूबे की महिलाएं, दलित, अल्पसंख्यक आतंकित हैं।
मोहम्मद शुऐब ने कहा कि जिस तरह से कुछ दिन पहले ही बाराबंकी को
सांप्रदायिक हिंसा में झाोंकने की कोशिश की गई उसने भी साबित कर दिया है
कि कानून व्यवस्था के सवाल पर समाजवादी पार्टी संघी राजनीति को ही मजबूत
कर रही है। उन्होंने कहा कि रिहाई मंच उत्तर प्रदेश में थाने के भीतर हो
रही हत्याओं के खिलाफ जल्द ही प्रदेशभर में एक व्यापक आंदोलन छेड़ेगा।
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09415254919
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