सबकी पोल खोल देंगे सुदीप्त!
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
शारदा फर्जीवाड़े से राजनीतिक जमात की तकलीफें फिलहाल कम होने का आसार नही हैं। सीबीआई को पत्र, ईमेल लीक और पुलिस की जिरह में छन नकर आती जानकारी में अब तक फंसे ऱथी महारथियों की कतार लग गयी है। यह कतार दिल्ली तक पहुंच ही गयी है। अब इसके और ज्यादा लंबा होने की संभावना है।पुलिस हिफाजत की अवधि खत्म होने के बाद नये सिरे से अदालत में सुदीप्त और देवयानी को पेश करने में बड़ी एहतियात बरती गयी। पत्रकारों को अदालत कक्ष में घुसने की मनाही कर दी गयी। भीड़ टालने के लिए अलस्सुबह अभियुक्तों को तैयार करके सात बजे अदालत ले जाया गया। पर इससे कोई ज्यादा फर्क पड़ा नहीं।देवयानी ने तो प्रिजन वैन में संवाददाताओं को यह कहकर टरका दिया कि जो कहना है, उनके वकील कहेंगे और वे कुछ नहीं बोलेंगी। लेकिन सुदीप्त सेन ने इस अफरा तफरी में भी एक टीवी चैनल को बता दिया कि वे एक एक की पोल खोल देंगे।जंच पूरी होने दीजिये और तब तक इंतजार कीजिये।
अदालत परिसर में पत्रकारों द्वारा इस घोटाले में राजनेताओं की संलिप्तता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'जांच पूरी होने दीजिए। बहुत जल्द सब कुछ सामने आ जाएगा।' इसके पहले सरकारी वकील ने जांच की प्रगति के बारे में अदालत को बताया कि ऐसे कई लोग हैं जो आधिकारिक तौर पर सारदा समूह का हिस्सा नहीं थे, लेकिन उन्हें समूह की ओर से मेहनताना दिया जाता था।
इसी बीच आज एक अखबार में चिटफंड कंपनी एमपीएस के मालिक के साथ राज्य माकपा के नेता विमान बोस की तस्वीर छपी है।उनकी बेटी की शादी में शरीक हुए थे विमान बोस। पार्थ चटर्जी ने तो किसी भी समारोह में जाने के लिए आोजकों के मुचलके की शर्त लगा दी। लेकिन जिस हैलो इंडिया के मालिक की हत्या हुई है, उनके साथ एक समारोह में उनका वीडियो टीवी चैनल पर पेश हो गया। राजनेता कुछ भी दावा करें, उसका खंडन हाथोंहाथ हो रहा है।
अब असम पुलिस भी सुदीप्त को अपनी हिरासत में लेने की प्रक्रिया शुरु की है।जहां पहले से सीबीआई टीम मौजूद है। बंगाल पुलिस के चंगुल से एक बार बाहर निकले सुदीप्त तो क्या क्या वे बोल सकते हैं, इसका अंदाजा लगाने में ही राजनेताओं के पसीने छूट रहे हैं। चिट फंड घोटाले का पर्दाफाश होने और निवेशकों को करोड़ों रुपये का चूना लगाने वाले सारदा समूह के अध्यक्ष सुदीप्त सेन के साथ कथित संबंधों की वजह से राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस भारी राजनीतिक दबाव का सामना कर रही है।
इस मामले के मुख्य जांच कर्ता और डिटेक्टिव विभाग के उपायुक्त अर्णव घोष ने कहा, 'इस सिलसिले में हमें उनसे बहुत अहम जानकारी मिली है। जांच अभी जारी है।' हालांकि उन्होंने जांच के बारे में आगे कुछ भी खुलासा करने से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि शारदा फर्जीवाड़े में मुख्य आरोपी सुदीप्त सेन, उनकी खासमखास देवयानी मुखर्जी व एक अन्य आरोपी अरविंद सिंह चौहान की पुलिस हिरासत नौ दिन बढ़ा दी गई है। अदालत ने जांच का काम आगे बढ़ाने के लिए सेन की पुलिस हिरासत की अवधि अगले 9 दिनों के लिए बढ़ा दी है। सेन के साथ-साथ उनकी करीबी सहयोगी देवयानी मुखर्जी के अलावा झारखंड में समूह का कामकाज देखने वाले अरविंद सिंह चौहान भी शामिल हैं, जिनकी पुलिस हिरासत की अवधि बढ़ाई गई है। 14 दिन की पुलिस हिरासत की अवधि खत्म होने के बाद इन सभी को विधाननगर के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ए एच एम रहमान की अदालत में आज पेश किया गया था। बिधाननगर पुलिस इस मामले की तहकीकात कर रही है। पुलिस ने जांच का काम आगे बढ़ाने के लिए अदालत से उनकी पुलिस हिरासत की अवधि बढ़ाने की मांग की थी।

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