Twitter

Follow palashbiswaskl on Twitter

Memories of Another day

Memories of Another day
While my Parents Pulin babu and Basanti devi were living

Tuesday, June 30, 2015

अंग्रेजों ने हमे मानसिक और आर्थिक रूप से गुलाम बनाये रखने के लिए कुछ शैतानी रवायतें रख छोड़ी हैं , जिनमे कोका कोला , अंग्रेजी , क्रिकेट और युद्धोन्माद प्रमुख हैं ।

जब मैं क्रिकेट को अवांछित , मनहूस , बनावटी और सट्टे बाज़ी की जड़ बताते हुए कोई पोस्ट लिखता हूँ , तो बड़ी चिल्ल पों मचती है । अब जबकि इस खेल से जुड़ा सरगना लन्दन में बैठ कईयों के मुंह पर कालिख पोत रहा है और कईयों को नकटा बना चूका तो सब सुट्ट हैं । मैं पुनः दोहराता हूँ कि गुलामी और सट्टे बाज़ी के प्रतीक इस ना मुराद खेल पर पाबन्दी लगे । इसे खेलने वालों को सात साल तथा देखने वालों पर 2 साल की सज़ा का प्रावधान हो । कबड्डी , खो खो , हॉकी तथा फुटबॉल जैसे इंडिजिनस खेलों को बढ़ावा मिले । अंग्रेजों ने हमे मानसिक और आर्थिक रूप से गुलाम बनाये रखने के लिए कुछ शैतानी रवायतें रख छोड़ी हैं , जिनमे कोका कोला , अंग्रेजी , क्रिकेट और युद्धोन्माद प्रमुख हैं ।

No comments:

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...