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Memories of Another day

Memories of Another day
While my Parents Pulin babu and Basanti devi were living

Monday, December 21, 2015

डॉ. आंबेडकर ने कहा था, "सदियों से छिने अधिकार जालिमों के आगे हाथ जोड़ने से नहीं मिला करते। उन्हें तो निरंतर संघर्ष करके छीनना पड़ता है।"


S.r. Darapuri shared Harshwardhan Gaurya's photo.

शाबाश सुनैना!
आखिर दलित ऐसा अपमान कब तक सहन करते रहेंगे?
इसी लिए तो डॉ. आंबेडकर ने कहा था, "सदियों से छिने अधिकार जालिमों के आगे हाथ जोड़ने से नहीं मिला करते। उन्हें तो निरंतर संघर्ष करके छीनना पड़ता है।" 
इसी लिए उठो दलितो और संघर्ष करके अपने अधिकार वापस छीन लो! तुम्हें अपनी मुक्ति की लड़ाई स्वयं लड़नी होगी। कोई सरकार तुम्हें यह मुक्ति दिलाने वाली नहीं है। तुम्हें यह भी याद रखना चाहिए कि बाबा साहेब ने कहा था, "सिद्धांत अहिंसा का होना चाहिए पर अगर ज़रुरत हो तो हिंसा ज़रूर होनी चाहिए।"



थोड़े समय पहले SC के एक दूल्हे ने घोड़े पे बारात निकाली थी तो उसपे हमला किया गया था...
भाविनी में SC लड़की अडवोकैट सुनैना ने जाट और ठाकुरों को मुँहतोड़ जवाब देने के लिए गांव में खुद की बारात घोड़े पे निकाली...
ये दम होना चाहिए हमारे समाज के हर व्यक्ति में तब जा के अत्याचार ख़त्म होंगे।
SC समाज के हमारे नपुंसक लड़के जो घरो में बैठे है उनके लिए ये प्रेरणादायी है।
सौ सौ सलाम सुनैना जैसी हमारी बहादुर बहन-बेटी को...



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