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Memories of Another day

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While my Parents Pulin babu and Basanti devi were living

Monday, August 19, 2013

विधाननगर नगर निगम के इलाके तय।क्या किस्मत बदलेगी राजारहाट, न्यू टाउन,साल्टलेक, विधाननगर,लेकटाउन और दमदम की?

विधाननगर नगर निगम के इलाके तय।क्या किस्मत बदलेगी राजारहाट, न्यू टाउन,साल्टलेक, विधाननगर,लेकटाउन और दमदम की?


एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास​

विधाननगर नगर निगम के इलाके तय। हो गये हैं।क अब करोड़पतिया सवाल है कि जिन खास इलाकों को लेकर नया कारपोरेशन बन रहा है,उसके तहत क्या किस्मत बदलेगी राजारहाट, न्यू टाउन,साल्टलेक, विधाननगर,लेकटाउन और दमदम की? नया कोलकाता बतौर दीर्घ काल से परिचित दमदम को छोड़कर यह सारा इलाका अतिमह्त्वपूर्ण लोगों और अतिमहत्वपूर्ण कार्यालयों के लिए बहुचर्चित है। लेकिन उस तुलना में नागरिक सुविधाएं नदारद हैं। विकास का काम बहुत तेज है लेकिन इसके बावजूद विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट बन जाने के बावजूद कानून व्यवस्था का कोई माई बाप नहीं है। हालाकि वाशिंदों को उम्मीद है कि ेकबार कारपोरेशन बनजाने के बाद पूरे इलाके का कायाकल्प होना तय है।


गौरतलब है कि मां माटी मानुष की सरकार की सत्ता में ाते न आते मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानगर और आसपास की नगरपालिकाओं को जोड़कर विधानगर नगर निगम के गठन  की घोषणा कर दी थी।अब जाकर उस कार्यक्रम का क्रियान्वयन हो रहा है।


पालिका विभाग के मुताबिक प्रस्तावित विधाननगर कारपोरेशन के अंतर्गत साल्टलेक समेत परा का पूरा विधाननगर नगरपालिका इलाका होगा।राजारहाट  गोपालपुर नगरपालिका को भी इससे जोड़ने की संबावना प्रबल है। इसके अलावा न्यूटाउन विधानसभा इलाके की छह ग्राम पंचायतें, हिडको इलाका और विधाननगर विधानसभा इलाके के अंतर्गत दक्षिण दमदम नगरपालिका  के दस वार्ड, दमदम नगरपालिका के 12,13,21 और 22 नंबर वार्ड और उत्तर दमदम के एक वार्ड को नये कारपोरेशन इलाके में शामिल करना तय है।


गौरतलब है कि नेताजी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और उससे संलग्न इलाके भी विधाननगर कारपोरेशन के अंतर्गत होंगे।


पालिका मंत्री फिरहाद हकीम के मुताबिक नये कारपोरेशन के लिएसमीक्षा का काम पूरा हो गया है,जिसके तहत सभी संबद्ध नगरपालिकाओं से वार्ड आधारित जनसंख्या के आंकड़े लिये गये। उनसे पूछा गया कि मौजूदा आर्थिक अनुदान इन वार्डों के विकास के लिे पर्याप्त हैं या नहीं।इन वार्डों में काम कर रहे कर्मचारियों को नये निगम में खपाने में वे राजी है या नहीं, यह भी पूछा गया।इसके अलावा यह जानकारी भी ली गयी कि उनके िलाके में खेतीयोग्य जमीन है या नहीं।


स्वायत्त इलाकों के विशेषत्ज्ञों के मुताबिक पालिकाइलाकों के नगरनिगम में शामिल होने के लाभ अनेक हैं।कारपोरेशन बनने पर नागरिक सेवाओं मसलन पेयजल, सड़क, कूड़ा सफाई, निकासी जैसी अनिवार्य सेवाओं के लिए वित्तीय अनुदान में वृद्धि हो जायेगी।जिससे इन सेवाओं में सुधार होने के आसार हैं।आम तौर पर कारपोरेशन में शामिल होने वाले तमाम इलाकों में िइन्हीं नागरिक सेवाओं के ठप होने की शिकायत ज्यादा है।


इसके अलावा नये कोलकाता के लिए केंद्र से अनुदान लेने में नगर निगम के गठन से तमाम रास्ते खुल जायेंगे। प्रशासनिक ढांचा बदलेगा और विकास की गति तेज हो जायेगी।


समझा जाता है कि नगरनिगम बनने से राजारहाट न्यू टाउन के साथ सात दमदम और लेक टाउन में बदहाल नागरिक सेवाओं में सबसे ज्यादा सुधार की उम्मीद है।ये इलाके तेज शहरीकरण के बावजूद सबसे ज्यादा उपेक्षित बताये जाते हैं।




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