गांधी नीचे ज़मीन पर गिर चुका है
मारने वाला अभी भी गर्व से तना खड़ा है
लगता है गांधी हार गया
राजा के सिपाहियों ने
जीसस के कंधे पर सलीब रख दिया है
और काँटों का घेरा उसके सर पर लपेट दिया है
जिन सूदखोरों को जीसस ने कोड़े मार कर मंदिर के अहाते से भगाया था
वो सारे सूदखोर हँसते हुए राजा के साथ खड़े हैं
भीड़ तालियाँ बजा रही है
यह भीड़ का न्याय है
राजा ने सुकरात को ज़हर पीने की सज़ा दी है
जो पाखंडी पुरोहित सुकरात की सच्ची बातों से घबराए हुए थे
उस सड़ चुके पुराने धर्म के पुरोहित आज हंस रहे हैं
सुकरात अकेला है
भीड़ राजा के साथ हैं
यह भीड़ का न्याय है
गैलीलियो के सच से
पादरी घबराए हुए हैं
उनका धर्मग्रंथ अब सवालों के घेरे में है
इसलिए गैलीलियो पर धर्मग्रंथ के विरुद्ध बोलने का
फतवा दे दिया गया है
गैलीलियो सही होते हुए भी खामोश है
भीड़ उन्माद से चिल्ला रही है
भीड़ कभी न्याय नहीं करती
कुछ लोग अपने समय में हारते हैं
लेकिन इतिहास अपना काम चुपचाप करता है
उस समय के हारे हुए लोग बाद में विजेता के रूप में चमकते हैं
तत्कालीन सत्ताधीश कूड़ेदान में जा चुके होते हैं
उन्हें कोई याद नहीं करता ,
वो विस्मृत कर दिए जाते हैं
इसलिए मेरी बच्ची सोनी सोरी तुम ज़रा भी निराश ना होना
भीड़ का साथ न मिला ना सही
तुमने ढहा दिया उनके ज़ुल्म का किला
उनके ज़िल्ले इलाही होने का मुलम्मा
उतारा है तुमने
चाटुकार कलम घसीटू
मलाई चाटते हैं
सत्य की हंसी उड़ाते हैं
पर वो भीड़ का ही हिस्सा होते हैं
बेकार भीड़ का
तुमने उस दौर में आवाज़ उठाई जब हार रही थी तुम्हारी पूरी कौम
ज़ुल्मतों के सामने कलम घसीटू लोग
मलाई के दोने के लिए सत्ता के सामने सर झुकाए बैठे थे
अभी हैं मुकाम कई
अभी है रास्ता बहुत लंबा
फिर लड़ेंगे
फिर जीतेंगे
हम अभी हारे नहीं हैं
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