Jasbir Chawla and Jeevesh Prabhakar posted in प्रगतिशील लेखक संघ. | |||||||||||
|
पलाश विश्वास
थोक के भाव में लेखकों ने सरकार से लिए पुरस्कार 7वापस कर दिए। उदय प्रकाश से शुरू हुआ यह काम मंगलेश डबराल, राजेश जोशी, कृष्णा सोबती, अशोक वाजपेयी, सच्चिदानंदन, पंजाब, कश्मीर व कन्नड़ के लेखकों तक जा पहुंचा है। इससे भी सुखद यह है कि कल मंडी हाउस से निकली रैली में नीलाभजी, पंकज सिंह, सविता सिंह, रंजीत वर्मा, इरफान,अनिल चमडि़या, अनिल दुबे, राजेश वर्मा समेत तमाम लेखक-पत्रकार शामिल रहे। पत्रकार अमन सेठी ने भी साहित्य अकादमी का युवा पुरस्कार वापस कर दिया है। हिंदी के नौजवान कहां छुपे हैं? उमाशंकर चौधरी, कुमार अनुपम, कुणाल सिंह, खोह से बाहर निकलो। सेटिंग-गेटिंग से उबरो। अकादमी का युवा पुरस्कार तत्काल लौटाओ।
# Beef Gate!Let Me Speak Human!What is your Politics,Partner?Dare you to Stand for Humanity?
বাংলা দৈনিক এই সময়ঃকলবার্গি থেকে ইকলাখঃ ডানপন্থী চোখরাঙানির বিরুদ্ধে সোচ্চার কাশ্মীর থেকে কন্যাকুমারী!
অসহিষ্্নুতার শেষ চাইছে দেশ,বাংলা নিরুত্তাপ!
Indian Intelligentsia resist the governance of Fascism and the Hindutva Agenda.Welcome!Very Welcome!
Three eminent writers from Punjab return
Sahitya Akademi awards!Thanks Uday
Prakash for his initiative!
Bengal,Maharashtra and Karnataka chose silence as the conscience of Gujarat is quite aloud!
Pl see my blogs;
Feel free -- and I request you -- to forward this newsletter to your lists and friends!
No comments:
Post a Comment