भीख मांगणो सफल तरीका
चबोड़्या ::: भीष्म कुकरेती
ब्याळि डक्खु दाक सुबेर सुबेर गाँ बटिन फोन आयि। गांवक विकासौ खातिर चंदा भिजणो जगा डक्खु दा बुलण बिसे ," भीषम ! तू लाटू छे , कालू छे , मूरख छे ! त्वे तैं भीख मंगण कत्तै नि आंद !"
मीन ब्वाल- दादा ! मेरी समज मा कुछ बि नि आयि कि तुम क्या बुलणा छंवां !
डक्खु दान बोलि - म्यार मतबल च कि त्वै तैं भीख मंगण आण चयेंद। भीख मंगण से पैल त्वे तैं बिसरण पोड़ल कि तू वीं कौम का छे जख भीख मांगण पाप माने जांद , जख भीख गंदो शब्द च , जख बेग्गिंग शब्द इस्तेमाल हि नि हूंद
मि -हाँ ! गढ़वाळम इथगा धार्मिक स्थल छन पर आज बि तुम तैं उख गढ़वळि भिखारी नि मीलल।
बगैर सुण्या डक्खु दा बुल्द गे - भीख मांगण से पैल त्वे तैं भूलण चयेंद कि तू बहुगुणा छे , बिष्ट छे उनियाल छे
मि -पर …
डक्खु दा - भीख मंगद दै त्वै तैं ऐतिहासिक गर्व , घमंड या प्राइड भूल जाण चयेंद। अरे इतिहास हि बिसरण चयेंद।
मि -पर मि किलै इतिहास …
डक्खु दा -भीख मंगद दै दानदाता कुण बड़ो भैजि कौरिक बुलण चयेंद चाहे दानदाता उमर मा बच्चा इ किलै नि हो !
मि -पर भीख तो ....
डक्खु दा -भीख मंगण से पैल पत्रकारों , टीवी कैमरौं , सरा दुनिया समिण बुलण चयेंद कि तू बेशरम भिखारी छे अर त्वे से बड़ो बेहया , बिलंच , लज्जाहीन भिखारी यीं दुनिया मा नी च ।
मि -डक्खु दा पर ....
डक्खु दा -त्वे तैं बेशरमी से भूल जाण चयेंद कि तू एक प्रदेश कु मुख्यमंत्री छे।
मि -पर मि मुख्यमंत्री नि…
डक्खु दा -भीख त्वे तैं नंगा ह्वेक दुसर राज्य मा , विदेस्यूं समिण अपण समाजक , अपण जातिक अपण राज्य कु गर्व खतम करण चयेंद।
मि -ह्यां पर … डक्खु दा - भीख मंगद दैं अपण मान मर्यादा , अपण समाजक सम्मान , अपण राज्य को आदर खतम कर दीण चयेंद।
मि -पर सम्मान …
डक्खु दा -त्वे तैं सरा दुनिया का समिण बयान दीण चयेंद कि ऐतिहासिक , सामाजिक और जाति हिसाब से तू राष्ट्रीय भिकमंगा छे।
मि -दादा पर किलै मि भीख मांगू ?डक्खु दा -किलै कि हमारा मुख्यमंत्री विजय बहुगुणान खुलेआम लखनऊ मा अखिलेश यादव अर प्रेसक समिण ब्वाल कि हम उत्तराखंडी जातीय तौर पर भिखमंगा छंवां।
मि -ह्यां पर …
डक्खु दा -हम निर्णय लि आल कि हम सब अपण मुख्यमंत्री विजयबहुगुणा का पदचिन्हो पर चलला। हम सब उत्तराखण्ड्यूंन कसम खाइ आलि कि अब से हम काम काज करणो जगा भीख मंगण शुरू कर द्योल्या। हम सब उत्तराखंडी ये ब्रह्माण्ड का विशेष भिखारी बणणो बान कोर कोशिस करला। अब त्यार दोस्तुं , रिस्तेदारूं से फोन आल कि भीख कनै मंगे जांद।
इना डक्खु दान फोन बंद कार कि हैंक फोन आई अर रात तक दसियों फोन उत्तराखंड बिटेन ऐन। सबि फोन मा मि तैं भीक मांगणो भौं भौं तरीका , ब्यूंत , कला सिखाणा छया। **** यह लेख जून में भूतपूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा द्वारा लखनऊ में बयान कि मै तो बड़े भाई अखिलेश के पास भीख मांगने आया हूँ पर अंग्रेजी में 4/6/12 को लिखा था।
Copyright@ Bhishma Kukreti 1/12 /2014
*लेख की घटनाएँ , स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने हेतु उपयोग किये गए हैं।
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