Vijendra Rawat टिहरी बाँध के बढ़ते जलस्तर ने दर्जनों गाँव अलग-थलग किये -पर टेहरी बाँध बिल्कुल सुरक्षित विजेन्द्र रावत--
टिहरी बाँध के बढ़ते जलस्तर ने
दर्जनों गाँव अलग-थलग किये
-पर टेहरी बाँध बिल्कुल सुरक्षित
विजेन्द्र रावत--
देहरादून,
टेहरी बाँध के जल संग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही तेज बारिश के कारण बाँध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है जिसके कारण बाँध से लगे टेहरी और उत्तरकाशी के कई गाँव अलग-थलग पड़ गए हैं, इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।बच्चों का स्कूल जाना बंद हो गया है और लोगों का अपने काम-काज पर ।
टिहरी बाँध प्रशासन का दावा है कि बाँध का जलस्तर तो बढ़ रहा है पर इससे बाँध को कोई खतरा नहीं है उनका दावा है कि यह बाँध दुनिया के सबसे सुरक्षित बांधों की कतार में आता है। यह हिमालयी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए डिजायन किया गया है इसलिए इस अतिवृष्टि से इसको कोई खतरा नहीं हो सकता उल्टा बाँध के कारण तेजी से आ रहे पानी को टेहरी बाँध ने रोककर ऋषिकेश, हरिद्वार सहित अन्य मैदानी शहरों को तबाही से बचाया है।
-----लोगों के लिए लगेंगी तीन अतिरिक्त नाव---------------
टिहरी बाँध प्रशासन ने फिलहाल चिन्यालीसौड़ क्षेत्र में दो छोटी नौकाएं ग्रामीणों को आर-पार लाने ले जाने के लिए लगा दी है। राज्य के शहरी विकास मंत्री प्रीतम सिंह पंवार ने बताया कि जल्दी ही एक और बड़ी नाव ग्रामीणों का सामान ले जाने के लिए लगाई जा रही है।
-----देहरादून के स्कूल बंद------
देहरादून में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। यहाँ के स्कूल कल भी बंद रहेंगे।
--यमुना घाटी में कई गाँव खाली हुए-------
यमुना घाटी में बादल फटने व भारी बारिश के कारण नौगाँव व मोरी विकास खंड के कई गाँव खाली हो गए हैं लोग भय के कारण भूस्खलन वाले गाँव से निकल कर अपने दूर दराज की पशुशालाओं या नजदीकी कस्बों में निकल गए हैं। लोगों की सैकड़ों एकड़ खेती आये मलवे में तब्दील हो गई है। प्रशासन पुरानी आपदा का आकलन कर नहीं पाया, नई आपदा आ रही है। इसलिए वे भी असमजस में हैं।
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