मारुति सुजुकी, मानेसर के मज़दूरों के खि़लाफ हरियाणा सरकार और मारुति सुजुकी मैनेजमेन्ट के बर्बर दमन की कार्रवाइयों ने पूँजीवादी शासन के घनघोर मज़दूर विरोधी चेहरे को एकदम नंगा कर दिया है। बिना किसी जाँच और मुकदमे के 147 मज़दूरों को "हत्यारा" और "अपराधी" घोषित करके जेल में प्रताड़ित किया जा रहा है और वहीं दूसरी तरफ 2400 मज़दूरों को बेरोज़गार करके सड़क पर धकेल दिया गया है। हथियारबन्द पुलिस के साये में फैक्ट्री को हिटलरी जेल ख़ाने में बदलकर चलाया जा रहा है। पुलिस, सरकार से लेकर न्यायपालिका तक बेशर्मी के सारे रिकार्ड तोड़कर कम्पनी के एजेण्टों की भूमिका निभा रहे हैं। लेकिन इस एकतरफा कार्रवाई के बाद भी मारुति सुजुकी के बर्खास्त मज़दूर पिछले आठ महीनों से अपने हक और इंसाफ की लड़ाई जारी रखे हुये हैं। अभी तक मारूति सुजुकी वर्कर्स यूनियन हरियाणा के श्रम मन्त्री, उद्योग मन्त्री से लेकर मुख्यमन्त्री भूपिन्दर हुडडा के सामने अपनी माँगें रख चुकी है, लेकिन सभी मन्त्रियों ने मारुति सुजुकी मैनेजमेंट के सुर में सुर मिलाते हुये मज़दूरों को ही दोषी बताया और निष्पक्ष उच्च स्तरीय जाँच की माँग तक को ख़ारिज कर दिया। हम मारुति सुजुकी के मज़दूरों को उनके जुझारूपन के लिये बधाई देते हैं। कदम-कदम पर दमन, उत्पीड़न और तमाम तरह की मुश्किलों का सामना करते हुये भी उन्होंने अपने संघर्ष को जारी रखा है और विरोध को कुचल डालने के सरकारी हथकण्डों के आगे झुके नहीं हैं।
नौजवान भारत सभा और बिगुल मजदूर दस्ता कैथल में जारी मारुति सुजुकी मज़दूरों के आमरण अनशन का गर्मजोशी से समर्थन करता है और साथ ही हरियाणा के समस्त मेहनतकश जनता का आह्वान करता हैः साथियो, मारुति के मज़दूरों का आन्दोलन हम सबके लिये एक चेतावनी है! अगर हम अलग-अलग लड़ते रहेंगे और एक नहीं होंगे तो पूँजी और सत्ता की ये ताक़तें हमें कुचलकर रख देंगी, विरोध की हर आवाज़ का गला घोंट डालेंगी। ऐसे में हमारी असली ताकत अपनी वर्ग एकजुटता की ताकत है। आज़ादी के 65 वर्ष बीत जाने के बाद मज़दूरों-गरीब किसानों के हालात शहीद-ए-आजम भगतसिंह की इस चेतावानी को याद दिलाते हैं कि पूँजीपरस्त चुनावबाज पार्टियों के नेतृत्व में मिलने वाली आजादी 10 फीसदी ऊपर के लोगों की आजादी होगी, यानी पूँजीपतियों –धन्ना सेठों की आजादी जबकि देश का 90 फीसदी उत्पादक वर्ग बदस्तूर पूँजीपतियों की तानाशाही और लूट के तले पिसता रहेगा। इसलिये इस डाकेजनी और लूट के खिलाफ हमें मारुति मज़दूरों का साथ देने के लिये आगे आना होगा। हम मिलकर लड़ेंगे, तो ज़रूर जीतेंगे!
हम तमाम मेहनतकश जनता का आह्वान करते हैं संकट की इस घड़ी में मारुति के मज़दूरों का साथ देने के लिए आगे आओ और ज्यादा से ज्यादा जन बल के साथ कैथल में उद्योगमन्त्री रणदीप सुरजेवाला के आवास स्थान पर मारुति मजदूरों के अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के समर्थन में पहुँचो! हरियाणा सरकार और मारुति के मैनेजमेंट को हमें बता देना होगा कि यह अँधेरगर्दी नहीं चल सकती! मारुति सुजुकी के अपने मज़दूर भाइयों की आवाज़ में आवाज़ मिलाकर कहें-
अंधकार का युग बीतेगा! जो लड़ेगा वो जीतेगा!!
इंकलाबी सलाम के साथ!
नौजवान भारत सभा, बिगुल मजदूर दस्ता
सम्पर्कः रमेश खटकड़ 09991908690, रोहताश कलायत- 09729619310.
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