कैंसर से जूझ रही शालिनी की मौत
उनकी हालत ज्यादा गंभीर हो जाने पर उन्हें 27 मार्च को दिल्ली के धर्मशिला अस्पताल में भरती कराया गया था. हालांकि उनका इलाज धर्मशिला में जनवरी से चल रहा था. परिवार के साथ कुछ अंतर्विरोधों के चलते अंतिम समय में शालिनी का परिवार उनके साथ नहीं था.
डॉक्टरों के मुताबिक रात करीब 9 बजे आंतरिक रक्तस्राव और सांस की नली में रुकावट के कारण 3-4 मिनट के लिए उनकी दिल की धड़कन रुक गई थी, जिसे सीपीआर से दोबारा शुरू कराया गया.फिर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन कुछ समय बाद फिर से उनकी धड़कन रुकने लगी और इस बार उन्होंने अलविदा कह दिया.
गौरतलब है कि शालिनी से पहले जनचेतना संगठन से जुड़े सक्रिय वामपंथी अरविन्द सिंह की अपेंडिक्स से 24 जुलाई 2008 को गोरखपुर में मौत हो गयी थी. दिल्ली के लोधी रोड स्थित विद्युत शवदाह गृह में आज शाम 4 बजे उनकी अंत्येष्टि की जाएगी.
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