सज्जन को बरी करने का फैसला अजीब और समझ से परे – सो.पा.
नई दिल्ली। सोशलिस्ट पार्टी को 1984 के सिख विरोधी दंगों के एक बहुचर्चित केस में सज्जन कुमार को बरी करने के निचली अदालत के फैसले पर गहरी निराशा हुयी है। पार्टी प्रवक्ता और राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रेम सिंह ने कहा कि यह अजीब और समझ से परे लगने वाली बात है कि जो साक्ष्य सह-अभियुक्त को हत्या का गुनाहगार ठहराते हैं वे ही साक्ष्य सज्जन कुमार को किसी भी गुनाह का भागीदार ही नहीं साबित करते।
डॉ. सिंह ने कहा, इस फैसले पर दंगों में मारे गये नागरिकों के सम्बंधियों और दोस्तों की गहरी हताशा को हम समझते हैं। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि काँग्रेस पार्टी के नेताओं ने न दंगों के वक्त और न बाद में आज तक पीडि़तों के प्रति कोई सरोकार दिखाया है।
सोशलिस्ट पार्टी ने माँग की है कि सरकार इस पीड़ादायी फैसले के खिलाफ तत्काल उच्च न्यायालय में अपील करे। पार्टी की यह भी माँग है कि पीड़ितों के रिश्तेदारों के साथ सलाह करके सरकार इस केस में एक स्वतन्त्र पब्लिक प्रोसीक्यूटर नियुक्त करे। पार्टी पीड़ितों के साथ पूरी सहानुभति रखते हुये केस की आगे की कार्रवाई में पूरी मदद का प्रयास करेगी।
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