कोलकाता में आईपीएल फाइनल मैच की फिक्सिंग की भी तैयारी थी!
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
हम शुरु से लिखते आरहे हैं कि कोलकाता में ही आईपीएल सेक्सी जुआ का केंद्र है और कोलकाता पुलिस की जानकारी में ऐसा शुरु से चल रहा है। लेकिन इस कारोबार के रथी महारथी एक सात फिल्म, राजनीति और खेल जगत के धुरंधर होने की वजह से कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। हालत कितनी भयावह है, यह कोलकाता पुलिस के बागी अधिकारी साहित्यकार नजरुल इस्लाम के चिटफंड प्रकरण और फिर रेल गेट घोटाले के सिलसिले में लिखे पत्रों से जाहिर है। शारदा फर्जीवाड़े की जांच में पुलिस जिरह से मंत्रियों, सांसदों के नाम आले से भी शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व खफा बताया जाता है। आशंका है कि किसी भी ईमानदरा पुलिस अफसर को कभी भी नजरुल इस्लाम,दमयंती सेन या पचनंदा बना दिये जाने की संभावना है।
आईपीएल घोटाले में जिस सुपरस्टार की प्रमुख भूमिका मानी जा रही है और पकड़े गये अभिनेता बुरबक महान दारासिंह पुत्र बिंदू जिसके एजंट मात्र हैं, उनका भी कोलकाता से ही गहरा नाता है और उन्हें कोलकाता से ही सबसे बड़ा राजनीतिक संरक्षण मिलता है।
आरोप है कि मैच फिक्सिंग और खासतौर पर स्पाट फिक्सिंग और बेटिंग में अभिनेत्रियों और माडलों का खूब इस्तेमाल होता रहा है, चियारिनों का विदेशी स्टाक अलग से है।
बाकायदा एसेकोर्ट वाहिनी का आयात हुआ है अबाध विदेशी पूंजी की तरह सरकारी संरक्षण से।
पता चला है कि कोलकाता के तमाम मैचों में स्पाट फिक्सिंग सुरेखा की टालीबूड टीम के जरिये खूब होता रहा है ।मुंबई, चिन्नई, दिल्ली और कोलकाता के बेटिंग फिक्सिंग मिक्सिंग गिरोह एक साथ गजब के तालमेल से यह राष्ट्रीय उत्सव के आयोजन में शामिल है और भारतीय लोकतंत्र उससे ही मजबूत होता रहा है मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों की गौरवमयी उपस्थिति से।
पिछले साल कोलकाता नाइट राइडर्स के आईपीएल चैंपियन बनते ही जुआड़ियों ने राजनेताओं, टालीवूड बालीवूड के महालोकप्रिय दूधधुले स्टारों, चिटफंड कंपनियों और अंडरव्र्ल्ड के साथ मिलकर कोलकाता में पहले ,दूसरे और तीसरे स्थान के लिए फिक्सिंग की पूरी रणनीति बना लीथी। चूंकि श्रीनिवासन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष हैं और पहले ही टुजी स्पेक्ट्रम घोटाले में अपनी दक्षता का नायाब प्रदर्शन कर चुके हैं और उनके दामाद खिताब के मुख्य दावेदार टीम के सीईओ हैं, जिनपर भारत से फरार हुए पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी का सीधा आरोप शुरु से है कि वे बोर्ड के अधिकारी होकर भी आईपीएल टीम के जरिये फिक्सिंग और मिक्सिंग और बेटिंग का धंधा चला रहे हैं, पूरा समीकरण तय था।
स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार विन्दू दारा सिंह को अदालत ने 28 मई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। पुलिस ने कहा है कि विन्दू से अभी कई राज उगलवाना बाकी है और अभी मध्यस्थ की गिरफ्तारी होना बाकी है। उधर बीसीसीआई अध्यक्ष श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन ने मुंबई पुलिस से संपर्क किया है और देर से मुंबई पहुंचने की सूचना दी है।उधर बीसीसीआई चीफ एन श्रीनिवासन की आज अपने पद से छुट्टी हो सकती है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि इसे लेकर बीसीसीआई के भीतर आम सहमति बन गई है। यदि श्रीनिवासन हटते हैं तो उनकी जगह कामकाज अरुण जेटली देखेंगे।
कोलकाता पुलिस के लिए मामला और पेचीदा इसलिए हो गया कि आईपीएल के मौजूदा कमिश्नर राजीव शुक्ल का भी उत्थान कोलकाता के एक मीडिया समूह के संपादक बतौर हुआ और उनके राजनीतिक कायाकल्प में कोलकाता कनेक्शन का बड़ा हाथ है। फिर कोलकाता में आईपीएल चिटफंड बेटिंग कारोबार को राजनीति का वरदहस्त शुरु से रहा है। इसलिए सीधे काले नाग के डेरे में हाथ डालने के लिए दिल्ली और मुंबई पुलिस की पहल का ही इंतजार करना था।
सुरेखा तो टिप आफ आइस बर्ग है। फिल्म और खेलों में जो काला धंधा और चियारिनों के चियारने का खुल्लमखुल्ला कारोबार चल रहा है, उसमें सफेदपोश चेहरों के नकाब अब भी खुलने हैं।भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी विवाद में हैं और उनका मायका कोलकाता से है।
भारतीय क्रिकेट टीम के अभी कल तक प्रायोजक और आईपीएल टीम पुणे वारियर्स के मालिक सहारा समूहआईपीएल काकाटेल का सही प्रतिनिधित्व करते हैं, उनका और विजय माल्या का भी कोलकाता कनेक्शन हैं।इन सबका और आईपीएल का कोलकाता की सत्ता राजनीति से अति मधुर संबंध रहा है।
आईपीएल छह मे स्पाट फिक्सिंग का सनसनीखेज खुलासा होने के बाद देश भर मे कयी हिस्सो मे पिछले 24 घंटो के दौरान सट्टेबाजी के आरोप मे एक फिल्म निर्माता सहित 25 लोगो को गिरफतार किया गया है और इनके पास से लाखो रूपये भी जब्त किये गए है।
कोलकाता मे एक फिंल्म निर्माता सहित दस लोगो को, आंध्रप्रदेश के नेल्लोर मे छह सट्टेबाजो को .महाराष्ट्र के नासिक मे पांच सट्टेबाजो को और मध्यप्रदेश के नीमच मे चार सट्टेबाजो को गिरफतार किया गया है।
कोलकाता मे पुलिस ने दो सटोरियो सहित 10 लोगो को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार लोगो मे टालीगंज फिल्म इंडस्ट्री का एक फिल्म निर्माता अजीत सुरेखा भी शामिल है। उपायुक्त पुलिस(विशेष) संतोष पांडेय ने आज कोलकाता में बताया कि खुफिया विभाग के कर्मियों और विशेष त्वरित बल ने एक हाउसिंग काम्पलेक्स स्थित अपार्टमेंट से इन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनसे तीन लाख रूपये नकद, आठ मोबाइल फोन तथा सट्टेबाजी से संबंधित साफ्टवेयर लोडेड एक लैपटाप भी बरामद किया है।
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