अवैध पार्किंग का गोरखधंधा अबाध,इस पर खस्ताहाल सड़कें और ऊपर से ट्राफिक जाम!
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
अबी बस हड़ताल के लिए 19 और 20 की तारीख तय है।तेल की कीमतें बढ़ती ही जा रही हैं।विनियंत्रित तेल की कीमतें लगातार बढ़ती जायेंगी,लेकिन उसी अनुपात में बसें चलाने की बढ़ती लागत के मद्देनजर भाड़ा बढ़ाने का कोई पैमाना तयहुआ नहीं है।बस मालिक इसे लेकर नाराज हैं और 40 पीसद बेसरकारी बसें सड़क पर उतर ही नहीं रही हैं।कार्यस्थल तक पहुंचना अब दिनोंदिन मुश्किल होता जा रहा है।
अब जो बसें चल नहीं रही हैं ,वे सड़क किनारे पार्क होकर आवाजाही और मुश्किल बना रही है।कोलकाता महानगर में अवैध पार्किंग की वजह से बड़ा बाजार समेततमाम कारोबारी इलाकों से गुजरना मुश्किल है। तो राजमार्गों का हाल यह है कि तेज रफ्तार ट्राफिक के मध्य जान हथेली पर लेकर चलना होता है राहगीरों को।क्योंकि सड़क किनारे लाइन से अवैध तरीके से ट्रक लगे हुए हैं।मुंबई रोड,बेलघरिया एक्सप्रेस वे,कल्याणी हाईवे, जैसोर रोड,सोनारपुर रोड,कोना एक्सप्रेसवे,मुंबई रोड,जीटी रोड,दिल्ली हाईवे सर्वत्र यही नजारा है।गांवों और कस्बों के मध्य तो सड़कों पर चलने के लिए इंच भर जगह नहीं बचती। दुर्घटनाएं होने पर ही पुलिस मौके पर पहुंचती है।अवैध पार्किंग हटाने की कवायद न कोलकाता और हावड़ा जैसे महानगरों में हैं और न महत्वपूर्ण राजमार्गों पर है। ट्राफिक पुलिस आखिर किस मर्ज की दवा है,किसी को समझ में नहीं आता।
सड़कों पर बंपर लगा देने से दुर्घटनाएं रुक नहीं सकतीं।अवैध पार्किंग की वजह से जगह कम हो जाने से ,ओरवलोडिंग और ओवरटेकिंग से अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती है।पिछले दिनों सलप में सवारी उठाने के लिए खड़ी बस को पीछे से ट्रेलर के टक्कर मार देने से एकमुश्त पांच बसयात्रियों की मौक अवैध पार्किंग की वजह से हुई है।
अब महानगर कोलकाता और हावड़ा में,उपनगरों और दूसरे शहरों में कहीं बी देख लीजिये बसें बेतरतीब सड़कों पर खड़ी हैं।फिर ट्रकों की लंबी लाइन। बेलघरिया में बीटी रोट से लेकर रेलवे स्टेशन के पास फ्लाीओवर तक बसों का जमघट हमेशा बना रहता है। कमरहट्टी में बीटी रोड के दोनों किनारों पर बसें और ट्रक खड़े रहते हैं।बेलघरिया एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा के दोनों तरफ चौबीसों घंटे अवैध पार्किंग है।यही हाल कोना एक्सप्रेस वे का है। दिल्ली रोड,जैसोर रोड,कल्याणी हाईवे,सोनारपुर रोड,मुंबई रोड और कल्याणी हाईवे के चप्पे चप्पे में अवैध पार्किंग है। अवैध पार्किंग की वजह से सेंट्रल एवेन्यू से हावड़ा रवींद्र सेतु तक पहुंचना मुश्किल है।इसी तरह हावड़ा से चंदननगर तक जीटीरोड, हावड़ा मैदान होकर बाकड़ा रोड होकर दिल्ली रोड तक पहुंचने में अवैध पार्किंग की वजह से बाकायदा जान की बाजी लगानी होती है।
इस पर तुर्रा यह कि सड़कों का हाल माशा अल्लाह!
बाईपास होकर सियालदह पहुंचना हो या फिर मध्यकोलकाता में कहीं भी,बड़ा बाजार में कहीं भी,हावड़ा और शिवपुर में कहीं भी,सलकिया और बेलुड़ में कहीं भी, दमदम,लेकटाउन से लेकर बारासात तक कहीं भी,यहां तक कि कल्याणी हाईवे की गत इतनी दुर्गत है कि गाड़ी निकालने की जगह नहीं होती।जगह जगह गड्ढे हैं।थोड़ी सी बारिश हुई नहीं कि मध्य कोलकाता से लेकर उत्तर कोलकाता,हावड़ा में कहीं भी ,बीटी रोडपर पता ही नही जलता कि उमड़ते समुंदर के बीच कहां कहां गड्ढे है,कहां इंजन पेल होगा और कहां गाड़ी उलट जायेगी।
सड़कों की मरम्मत के सिलसिले में कोलकाता के पुलिस कमिश्नर ने नगर निगम के तमाम महकमों के अफसरान के साथ बैठक करके देख ली।कुछ नतीजा नहीं है। जो सड़के खारब हैं,उनकी मरम्मत की जिम्मेदारी किसकी है ,यही तय नहीं हो पा रहा है।
अभी बरसात का मौसम चालू है। इसीके मध्य पूजा की उलटी गिनती शुरु।पूजा बाजार गरमाने के साथ साथ माहनगरों और उपनगरों में गाड़ियों की आवाजाही कई गुणा बढ़ती ही चली जायेगी।
इस असुरक्षित यात्रा और इसकी वजह से होने वाली दुर्घटनाओं की जिम्मेदारी आखिर किसकी है,कोई बता दें?
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